टीवी विज्ञापन (TV Advertisement): ये विज्ञापन टेलीविजन पर प्रसारित होते हैं और आमतौर पर इनकी लंबाई 15 से 60 सेकंड के बीच होती है। टीवी विज्ञापन दृश्य और ध्वनि का संयोजन होते हैं।
रेडियो विज्ञापन (Radio Advertisement): यह विज्ञापन रेडियो पर प्रसारित होते हैं और केवल ध्वनि का उपयोग करते हैं। इसमें जिंगल्स, डायलॉग्स, और म्यूजिक का संयोजन होता है।
प्रिंट विज्ञापन (Print Advertisement): ये विज्ञापन समाचार पत्रों, पत्रिकाओं और पोस्टर्स के माध्यम से होते हैं। इसमें शब्दों और चित्रों का संयोजन होता है।
बिलबोर्ड विज्ञापन (Billboard Advertisement): यह बड़े आकार के होर्डिंग्स या बिलबोर्ड्स पर होते हैं जो सड़क के किनारे या सार्वजनिक स्थानों पर लगाए जाते हैं। इनमें छोटे शब्दों और आकर्षक चित्रों का इस्तेमाल किया जाता है।
ऑनलाइन विज्ञापन (Online Advertisement): इंटरनेट पर चलने वाले विज्ञापन जैसे कि बैनर विज्ञापन, सोशल मीडिया विज्ञापन, वीडियो विज्ञापन, पॉप-अप्स आदि। यह डिजिटल प्लेटफॉर्म्स जैसे फेसबुक, इंस्टाग्राम, यूट्यूब, गूगल आदि पर होते हैं।
किस्मत विज्ञापन (Testimonial Advertisement): यह विज्ञापन ग्राहकों के अनुभव या विचारों को आधार बनाते हैं। इसमें किसी वास्तविक व्यक्ति या सेलेब्रिटी द्वारा किसी उत्पाद की सराहना की जाती है।
समीक्षा विज्ञापन (Review Advertisement): इस प्रकार के विज्ञापन में उत्पाद या सेवा की समीक्षाएं दिखाई जाती हैं जो उपभोक्ताओं के अनुभवों पर आधारित होती हैं।
डायरेक्ट मेल विज्ञापन (Direct Mail Advertisement): इस प्रकार के विज्ञापन सीधे ग्राहकों को मेल द्वारा भेजे जाते हैं। इसमें व्यक्तिगत या समूह स्तर पर भेजे गए प्रचार सामग्री, कूपन, ब्रोशर आदि शामिल होते हैं।
फ्लायर्स और ब्रोशर विज्ञापन (Flyers and Brochure Advertisement): ये छोटे और रंगीन दस्तावेज होते हैं जो लोगों को हाथों-हाथ वितरित किए जाते हैं। इसमें प्रचार, ऑफ़र, और जानकारी प्रदान की जाती है।
सिनेमा विज्ञापन (Cinema Advertisement): ये विज्ञापन फिल्म थिएटरों में फिल्म शुरू होने से पहले दिखाई जाते हैं। इनमें फिल्म का ट्रेलर या किसी उत्पाद का प्रचार हो सकता है।
स्मार्टफोन विज्ञापन (Smartphone Advertisement): यह विज्ञापन स्मार्टफोन एप्स या गेम्स के माध्यम से होते हैं, जैसे पॉप-अप विज्ञापन, वीडियो विज्ञापन, या ऐप इंटरstitials।
सपोर्टिव विज्ञापन (Sponsorship Advertisement): इस प्रकार के विज्ञापन में कंपनियाँ या ब्रांड किसी खेल, इवेंट, या कार्यक्रम को स्पॉन्सर करते हैं और इसके माध्यम से अपनी ब्रांड पहचान बढ़ाते हैं।
हर प्रकार के विज्ञापन का उद्देश्य अपने लक्षित दर्शकों तक पहुँचकर ब्रांड या उत्पाद की जानकारी देना और उनकी खरीदारी को प्रोत्साहित करना होता है।